बुंदेलखंड काव्य कुंभ 2025 का कवि सम्मेलन नटराज संगीत महाविद्यालय में आयोजित किया गया जिसमें पद्म श्री सम्मान से सम्मानित श्री उमाशंकर पांडे जी और समाज सेवी गुलाबचंद्र कुशवाहा जी ने दीप प्रवज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
कार्यक्रम का संचालन श्री दीनदयाल सोनी जी ने किया मुख्य वक्ता श्री उमा शंकर पाण्डेय जी कहा कि महाराजा छत्रसाल बुंदेला के समय में जहां बुंदेलखंड को इत जमुना उत नर्मदा इत चंबल उत टोंस से जाना जाता है उन्हें भौगोलिक दृष्टि जन जीवन संस्कृति और भाषा के संदर्भ से बुंदेला क्षत्रियों के वैभव काल से जोड़ा जाता है.
बता दे कि बुंदेली भू-भाग की सबसे अधिक व्यवहार में आने वाली बोली है बुंदेली कवि सम्मेलन में आए हुए क्षेत्र के कवियों ने श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया. अपनी-अपनी कविताओं और रचनाओं से जय हिंद जय भारत जय बुंदेलखंड इस कार्यक्रम में कुलदीप त्रिपाठी,रमेश पाल, सीपी दिक्षित, लवलेश सिंह, राजेश यादव, शिव प्रकाश सिंह, बृज लता शर्मा जी, मनोज कुमार, चंद्र प्रकाश जी सहित सैकड़ो लोगों उपस्थित रहे.