श्रीमद् भागवत कथा व श्री गया धाम पूजन के कार्यक्रम में आज नगर मजिस्ट्रेट श्री संदीप कुमार जी के साथ समाज सेवी गुलाबचंद्र कुशवाहा सम्मिलित हुए. कथा वाचक डॉ. श्री राम नारायण त्रिपाठी जी ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का मूल मंत्र सदाचार ही है.
श्री त्रिपाठी जी ने कहा कि जिस घर में सुमति अर्थात पूरा परिवार मिलकर रहता है उस घर में लक्ष्मी माता का वास होता है सुमति संत के संगति व भक्ति भावना एवं निष्ठा पूर्वक कर्म करने से आता है कहा कि जैसे वाल्मीकि जी ईश्वर का नाम जपते-जपते गलत मार्गो से हटकर प्रशस्त मार्गों के अधिकारी बन गए अंगुली माल डाकू गौतम बुद्ध के उपदेशों को सुनकर अहिंसा के पुजारी बन गए.
कार्यक्रम के समापन के बाद आयोजक श्री दिनेश जी के द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन भी किया गया. जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया इस कार्यक्रम में नगर मजिस्ट्रेट श्री संदीप कुमार जी, एडवोकेट श्री गया प्रसाद जी, शास्त्री राम शरण कुशवाहा जी, प्रेम चंद्र जी समाजसेवी श्री गुलाब चंद्र कुशवाहा जी, आयोजक श्री दिनेश कुशवाहा जी, भीमसेन जी, हितेश जी, डॉ. रामराज गुप्ता जी, श्री कृष्ण कुशवाहा जी, स्टेशन मास्टर सहित हजारों भक्त शामिल रहे.