बांदा जिले में पल्हरी हाइवे से कुछ ही दूरी पर स्थित एक खेत में एक गाय 40 फुट गहरे कुएं में गिर गई। इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणों ने पहले अपने स्तर पर गौमाता को बाहर निकालने का प्रयास किया, जिसके बाद सफलता नहीं मिलने पर समाजसेवियों, वनविभाग एवं आला अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद गौमाता को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
अगर कहीं पर बोरवेल के गड्ढे में कोई बच्चा गिर जाता है तो उसे बचाने के लिए प्रशासन युद्धस्तर पर काम करता है और हर संसाधन को जुटाकर उसे बाहर निकालने की जद्दोजहद की जाती है। लेकिन इस हादसे के बाद जब अधिकारियों को सूचित किया गया तो काफी देर तक भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। किंतु मानवता की मिसाल पेश करते हुए समाजसेवी गुलाब चन्द्र कुशवाहा, गौ रक्षा समिति के सदस्य और स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और कुएं से गौमाता को बाहर निकालकर सनातन का कर्तव्य निभाया।
समाजसेवी गुलाबचंद्र कुशवाहा ने जानकारी दी कि पल्हरी हाइवे के पास के एक खेत में एक 40 फुट गहरा कुआं बना हुआ है, शाम के समय खेत में चरते चरते एक गाय खुले कुएं के पास पहुंच गई और इसके बाद वह अचानक से कुएं में गिर पड़ी। तेज आवाज सुन आसपास खेत में काम कर रहे लोग कुएं पर पहुंचे तो गाय को कुएं में पड़ा देखा। इसके बाद उन्होंने तुरंत ही ग्रामीणों को सूचना दी। ग्रामीणों ने पहले रस्सी की सहायता से गाय को निकालने का प्रयास किया लेकिन इसमें वह असमर्थ रहे, जिसके बाद प्रशासन को सूचना भी दी गई। इसके बाद कोई अधिकारी तो मौके पर नहीं पहुंचा लेकिन गौ रक्षा समिति के सदस्य और ग्रामीण जन तुरंत मौके पर पहुंचे। गौमाता की रक्षा के लिए समाजसेवियों ने क्रेन के सहारे से प्रयास किया, जिसके बाद 2 घंटे की कड़ी मशक्कत की गई और गौमाता को बचाया गया। इस मौके पर धर्मेंद्र सिंह, बालचंद कुशवाहा, सिद्ध गोपाल, पवन गुप्ता, पंचा सिंह एवं आसपास के ग्रामीणजन उपस्थित रहे।