भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने आज किसानों की समस्याओं को लेकर बांदा शहर के जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन सौंपा। पार्टी के जिलाध्यक्ष गुलाबचंद्र कुशवाहा ने कहा कि देश व प्रदेश में प्राइवेट दुकानों पर हो रही कालाबाजारी पर रोक लगनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों के बिजली और पानी के बिल माफ किए जाएं और बाढ़ग्रस्त इलाकों में जो फसलें नष्ट हुई हैं उनकी भरपाई के लिए किसानों को उचित मुआवजा मिले।
बांदा के कलेक्ट्रेट पहुंचकर भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें विभिन्न समस्याओं को उठाया गया। ज्ञापन में सात सूत्रीय मांग किसानों से की गई। जिसमें गांव गांव में खाद बीज की सरकारी दुकानें क्योँ नहीं हैं, इस पर आवाज उठाई गई, देश व प्रदेश की प्राइवेट दुकानों में कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए रोक लगाने की मांग की। जिन किसानों को सम्मान निधि नहीं मिल रही उनके खाते सही कराकर उन्हें इनका लाभ दिलाया जाए। डायरेक्ट ट्रांसफर के तहत गरीब किसानों को एकमुश्त 1500 रुपये की कर्ज मुक्त धनराशि राहत स्वरूप दिलाए जाने, किसानों के बिजली व पानी बिल माफ करने, बाढ़ग्रस्त इलाकों में जो फसलें नष्ट हुई हैं, उनका मुआवजा दिलाए जाने तथा गांव गांव में गौशाला खोलने की मांग की गई।
वहीं जिलाध्यक्ष गुलाबचन्द्र कुशवाहा ने कहा कि देश के किसानों को अन्नदाता कहा जाता है, यही अन्नदाता पूरे देश का पेट भरते हैं और आज वही परेशान एवं मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि समस्याओं का प्राथमिकता से निपटारा किया जाए और मौजूदा समय में जो यूरिया खाद की किल्लत है उससे भी किसानों को राहत दिलाने की मांग उन्होंने रखी।