बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाने को लेकर आज पुन: भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन सौंपा। पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री गुलाब चंद्र कुशवाहा जी ने ज्ञापन के जरिए प्रधानमंत्री जी को कहा कि बुंदेलखंड वासियों ने खुले दिल से सांसदों विधायकों के रूप में आपको भरपूर सहयोग दिया, लेकिन श्रीमान जी आपके द्वारा अभी तक बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर कोई मत व विचार स्पष्ट नहीं किया गया।
श्री कुशवाहा जी ने कहा कि बुंदेलखंड अलग राज्य बन जाएगा तो यहां पर चौतरफा विकास होगा। मेट्रो व हाईटेक योजनाओं से बुंदेलखंड को जोड़ा जा सके। स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, वृक्षारोपण, जल संरक्षण तथा कृषि तकनीक तकनीक जैसे बदलाव से 2024 तक भारत को पांच मिलियन डॉलर को बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ पूरा किया जा सकता है, जिसमें बुन्देलखण्ड का अहम योगदान हो सकता है।
कुशवाहा जी ने आगे बताया कि बुंदेलखंड में एक और ज्वलंत समस्या है। यहां का जमीनी विवाद, जो हर तीसरे व्यक्ति से जुड़ा हुआ है पारदर्शिता और व्यवस्थाओं की कमी के साथ न्याय प्रक्रिया में देरी से विवाद खूनी संघर्ष के रास्ते गंभीर अपराधों में बदल जाते हैं। न्याय व्यवस्था तथा कानून व्यवस्था व सरकार के लिए बड़ी चुनौती है, जिससे पुलिस और निचली अदालतों में बोझ बढ़ता जा रहा है। कुशवाहा जी ने कहा कि श्रीमान जी फास्ट ट्रैक कोर्ट अदालत इस विकराल समस्या का स्थाई समाधान नहीं है, इसके लिए बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की आवश्यकता है।