कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, इससे जंग जारी है। संभावित अगली लहर को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा सभी को कोविड 19 के नियमों का सचेत होकर पालन किए जाने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। कोरोना की विभीषिका को देश-विदेश में जन जन ने महसूस किया है और अपनी व अपनों की जान बचाने के लिए लोग अपने अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गए। किंतु इसके बावजूद भी समाज में कुछ विरले ऐसे भी रहे, जिन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए कोरोना काल में लगातार समाज के जरूरतमंदों की, मुक पशुओं की सेवा की और अपने नैतिक कर्तव्यों का पालन बखूबी किया।
ऐसा ही एक नाम हैं, गुलाबचंद्र कुशवाहा, जो बांदा से समाजसेवक और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के जिलाध्यक्ष के रूप में जन जन के कल्याण के लिए हमेशा कार्यरत रहते हैं। उन्होंने कोरोना काल के दौरान सराहनीय रूप से समाज के वंचितों को राशन, भोजन, दवाइयाँ, मास्क, साबुन इत्यादि का वितरण लगातार किया और तो और जब देश लॉकडाउन के डर से अपने घरों में बंद सा हो गया था, उस वक्त भी वह अपने घर से निकलकर कभी जरूरतमंदों तक आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने तो कभी भूखे पशुओं को भोजन कराने में तल्लीनता से लगे हुए थे। कुशवाहा जी के इन्हीं प्रयासों को सम्मान देते हुए बहुत सी सामाजिक संस्थाओं के द्वारा उन्हें "कोरोना योद्धा" के रूप में सम्मानित किया गया।