समाजसेवा और नशामुक्ति अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भगवती मानव कल्याण संगठन, पंच ज्योति शक्ति तीर्थ सिद्धाश्रम और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के संयुक्त तत्वाधान में 108 आरती श्रृंखला का 17वां कार्यक्रम श्री बंधन मैरिज हॉल में भव्य रूप से संपन्न हुआ। समाजसेवी गुलाबचंद कुशवाहा ने इस आयोजन का नेतृत्व किया और नशे की बुराइयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया।
श्री गुलाबचंद कुशवाहा ने सभा में नशा और अपराध के गहरे संबंध पर चर्चा करते हुए कहा, "नशा, समाज के पतन और अपराध का मुख्य कारण है। आज देश में हो रहे अधिकांश अपराध, दुर्घटनाएं और बलात्कार नशे की वजह से हो रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री जी देश को नशामुक्त घोषित कर दें, तो 75% अपराधों में कमी आ सकती है।"
कार्यक्रम में युवाओं से स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया गया। कुशवाहा जी ने जोर देकर कहा कि यह आवश्यक है कि हम न केवल स्वयं नशामुक्त हों, बल्कि अपने परिवार, दोस्तों और समुदाय को भी इस अभियान में शामिल करें। उन्होंने यह भी कहा कि अपने पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिए यह जरूरी है कि हम नशामुक्त समाज का निर्माण करें।
टीम प्रमुख धर्मेंद्र कुशवाहा ने सभा में नशामुक्ति के साथ-साथ अध्यात्मिक विकास के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने गुरुवार के व्रत, मस्तक पर कुमकुम तिलक, और शक्ति जल के प्रयोग की विधियों पर प्रकाश डाला। "यह सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य का सवाल नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी नशामुक्ति से जुड़ी है," उन्होंने कहा।
कार्यक्रम के अंत में श्री सुरेश कुमार, प्रमुख अतिथि ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और नशामुक्त समाज की दिशा में सबके योगदान को महत्वपूर्ण बताया। अंत में, 10-12 अक्टूबर को पंच ज्योति शक्ति सिद्धाश्रम में होने वाले विशेष कार्यक्रम के लिए सभी को आमंत्रित किया गया, जहां आत्मिक और सामाजिक सुधार के लिए और भी योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
यह आयोजन नशामुक्ति और समाज सुधार के लिए महत्वपूर्ण था, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और नशामुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लिया। इस प्रकार के आयोजन न केवल समाज को जागरूक करते हैं, बल्कि व्यक्तिगत और सामूहिक परिवर्तन की प्रेरणा भी देते हैं। कार्यक्रम के माध्यम से गुलाब जी ने संदेश दिया कि समाज के प्रति यह संकल्प जारी रहेगा, और हम सभी को एक स्वस्थ और अपराधमुक्त भविष्य की ओर बढ़ने के लिए एकजुट होना होगा।