समाज सुधारक श्री गुलाबचन्द्र कुशवाहा जी ने बताया कि आज कालका चौक पर श्री जितेंद्र कुशवाहा जी की इलेक्ट्रॉनिक की दुकान का उद्घाटन हमने फीता काटकर किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की इस कार्यक्रम में श्री दिलीप कुमार यादव, श्री दिवाकर सिंह गौर, अमित कुशवाहा, छोटू कुशवाहा, संजय जी, अशोक जी उपस्थित रहे.
बताते चले कि बाँदा, बुन्देल्ख्नन्ड (भारत) के उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक जिला है। यहाँ से "चित्रकूट" काफ़ी निकट है. यहाँ की केन नदी का "शजर" पत्थर बहुत मशहूर है. और यहाँ बाम्देवेश्वर मन्दिर भी काफी प्रसिद्ध है. इस शहर का नाम महर्षि वामदेव के नाम पर है. बाँदा महर्षि वामदेव की तपोभूमि है. सड़क मार्ग द्वारा ये अच्छे से अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है. बाँदा शहर में बाँदा जंक्शन रेलवे स्टेशन भी है.
बांदा रेल लाइन और सड़क जंक्शन पर स्थित एक कृषि बाज़ार है. इस शहर का व्यापार घटता जा रहा है और दक्षिण की ओर जाती सड़क का अब रख-रखाव नहीं किया जाता है. बाँदा एक एतिहासिक शहर है. ये शहर बाँदा जिले का मुख्यालय भी है. बाँदा के चारो तरफ अनेक पर्यटन स्थल हैं. चित्रकूट यहां से करीब 60 किमी, कालिंजर करीब 60 किमी हैबाँदा के दक्षिन में केन नदि बहती है जो कैमूर की पहाड़ी मध्य प्रदेश से निकलती है.