बीते दिवस भगवती मानव कल्याण संगठन पंचज्योति शक्ति तीर्थ सिद्धाश्रम व भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के संयुक्त तत्वाधान में 108 आरती क्रमो की श्रृंखला का 33 वा कार्यक्रम देवरा बाबा झील का पुरवा बांदा में संपन्न किया गया समाज सेवी श्री गुलाब चंद्र कुशवाहा जी ने कहा कि जीवन में संयम का बहुत बड़ा महत्व है संयमी मनुष्य को न तो शीत ऋतु की प्रखरता विचलित कर सकती है. न ही ग्रीष्म ऋतु की गर्मी इसी प्रकार जिसके अंदर संतोष है वह अभाव में भी विचलित नहीं होते तथा हर स्थिति में जीवन को सम बनाए रखते हैं. कहा कि जिसकी दृढ़ इच्छा शक्ति मजबूत है उसके सामने चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति आ जाए विचलित नहीं होगा.
श्री कुशवाहा जी ने कहा कि अपने विचारों को हमेशा सात्विक एवं संतुलित रखो गलत रास्ते पर जा रहे विचारों को तुरंत रोको इससे आप की सतोगुणी कोशिकाये सक्रिय होती चली जाएगी मन को लगाम लगाओ तथा उसमें अच्छी से अच्छी बातों का समावेश करो देवी देवताओं के नाम पर किसी भी पशु की बलि न चढ़ाएं कोई भी देवी देवता किसी पशु की बलि स्वीकार नहीं करते अगर बलि देना है तो अपने अवगुणों की बलि चढ़ाओ.
टीम प्रमुख श्री सुमन श्रीवास्तव जी के पांच क्रम बताएं और 10, 11, 12 अक्टूबर को होने वाले पंचज्योति शक्ति सिद्धाश्रम के शिविर में सभी जनपद वासियों का आवाहन किया इस कार्यक्रम में सुमन श्रीवास जी, प्रीतम परमार जी, भरत लाल श्रीवास जी, सुनील बाजपेई जी, छोटे लाल जी, मैंकू वर्मा जी उपस्थित रहे.