भगवती मानव कल्याण संगठन, पंचज्योति शक्ति तीर्थ सिद्धाश्रम और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के संयुक्त तत्वावधान में शर्मा भवन, एमडी पुरम, बांदा में 108 आरती क्रमों की श्रृंखला का 28वां कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में समाजसेवी श्री गुलाब चंद्र कुशवाहा जी ने नशा मुक्ति के महत्व पर जोर दिया और कहा कि "हृदय की पवित्रता और शुद्धता के लिए नशा मुक्ति बेहद जरूरी है।"
उन्होंने कहा कि यदि हम साधनात्मक क्रियाओं की ओर बढ़ना चाहते हैं, तो नशे से मुक्त होना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। नशे की आदतें हमारी उन्नति की राह में बाधक हैं और इसके बिना हम उन्नति के शिखर तक नहीं पहुंच सकते। श्री कुशवाहा जी ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया और कहा, "हमें आत्म-कल्याण और जन-कल्याण दोनों पर ध्यान देना होगा, ताकि हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें।"
कार्यक्रम में साध्वी मालती देवी जी ने भी अपने विचार साझा किए और नशा मुक्ति के महत्व को समझाया। श्री धर्मेंद्र सिंह जी ने उपस्थित सभी भक्तों का आभार व्यक्त किया। इस आयोजन में नरेंद्र सिंह, शिव देवी, आरती देवी, जय राम दुबे जी, पारुल चंद्र, बदन, धर्मेंद्र, अंशिका कुशवाहा समेत कई प्रमुख व्यक्तित्व मौजूद रहे।
सभी ने सामूहिक रूप से नशा मुक्ति और समाज सुधार के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और कार्यक्रम में भाग लिया। इस आयोजन ने समाज में जागरूकता फैलाने और नशे से मुक्ति के लिए एक कदम और बढ़ाया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक भावनाओं को प्रबल करने का प्रयास था, बल्कि समाज में व्याप्त नशा और आडंबर को समाप्त करने के लिए एक ठोस कदम था। समाज के हर वर्ग को नशा मुक्ति के महत्व से अवगत कराना और एक स्वस्थ समाज की नींव रखना ही इस आयोजन का उद्देश्य था।