इन दिनों शहरों में लोगों की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण कई लोग जल्दबाजी में गाड़ी चलाते हैं.कई बार ज्यादा लापरवाही बरतने से वे एक्सीडेंट का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में आस-पास के लोग समझ नहीं पाते कि घायल को क्या परेशानी है और उसे किस तरह का प्राथमिक उपचार देना चाहिए.
इन दिनों शहरों में लोगों की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण कई लोग जल्दबाजी में गाड़ी चलाते हैं.कई बार ज्यादा लापरवाही बरतने से वे एक्सीडेंट का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में आस-पास के लोग समझ नहीं पाते कि घायल को क्या परेशानी है और उसे किस तरह का प्राथमिक उपचार देना चाहिए.
इन दिनों शहरों में लोगों की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण कई लोग जल्दबाजी में गाड़ी चलाते हैं.कई बार ज्यादा लापरवाही बरतने से वे एक्सीडेंट का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में आस-पास के लोग समझ नहीं पाते कि घायल को क्या परेशानी है और उसे किस तरह का प्राथमिक उपचार देना चाहिए.
इन दिनों शहरों में लोगों की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण कई लोग जल्दबाजी में गाड़ी चलाते हैं.कई बार ज्यादा लापरवाही बरतने से वे एक्सीडेंट का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में आस-पास के लोग समझ नहीं पाते कि घायल को क्या परेशानी है और उसे किस तरह का प्राथमिक उपचार देना चाहिए.
इन दिनों शहरों में लोगों की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण कई लोग जल्दबाजी में गाड़ी चलाते हैं.कई बार ज्यादा लापरवाही बरतने से वे एक्सीडेंट का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में आस-पास के लोग समझ नहीं पाते कि घायल को क्या परेशानी है और उसे किस तरह का प्राथमिक उपचार देना चाहिए.
इन दिनों शहरों में लोगों की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक के कारण कई लोग जल्दबाजी में गाड़ी चलाते हैं.कई बार ज्यादा लापरवाही बरतने से वे एक्सीडेंट का शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में आस-पास के लोग समझ नहीं पाते कि घायल को क्या परेशानी है और उसे किस तरह का प्राथमिक उपचार देना चाहिए.