जरुरतमंद लोगों के लिए एक साधारण कंबल ही जीवन और मृत्यु का प्रश्न होता है.
भगवती मानव कल्याण संगठन के समाजसेवी गुलाबचन्द्र कुशवाहा जी ने भीषण ठंड को देखते हुए रात्रि 8:00 बजे अपने सहयोगी साथियों के साथ बांदा शहर की सड़कों पर तथा फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को ढूंढ-ढूंढ कर कंबल दिया.